त्योहारी सीजन से पहले सोना और चांदी के दामों में फिर से बड़ी गिरावट देखने को मिली है। अगर आप लंबे समय से सोना खरीदने की सोच रहे थे, तो यह आपके लिए एक सुनहरा मौका (Golden Opportunity) साबित हो सकता है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में नरमी का असर अब भारत में भी दिखने लगा है, जिससे आज घरेलू बाजार में 22 कैरेट (22K) और 24 कैरेट (24K) गोल्ड के रेट में गिरावट दर्ज की गई है। वहीं, चांदी की कीमतों में भी मामूली कमी आई है। निवेशकों और आभूषण प्रेमियों दोनों के लिए यह समय सही माना जा रहा है क्योंकि कम दामों में कीमती धातुओं की खरीद से बेहतर रिटर्न की उम्मीद की जा सकती है।
आज का ताज़ा सोने का रेट (9 अक्टूबर 2025)
आज के अपडेटेड रेट्स के अनुसार, सोने के दामों में ₹200 से ₹500 तक की गिरावट दर्ज की गई है। देश के प्रमुख शहरों में 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने के दाम इस प्रकार हैं:
दिल्ली (Delhi): 22K सोना ₹56,800 प्रति 10 ग्राम, 24K सोना ₹61,950 प्रति 10 ग्राम
मुंबई (Mumbai): 22K सोना ₹56,700 प्रति 10 ग्राम, 24K सोना ₹61,850 प्रति 10 ग्राम
चेन्नई (Chennai): 22K सोना ₹57,200 प्रति 10 ग्राम, 24K सोना ₹62,300 प्रति 10 ग्राम
कोलकाता (Kolkata): 22K सोना ₹56,800 प्रति 10 ग्राम, 24K सोना ₹61,950 प्रति 10 ग्राम
इन दरों में GST और मेकिंग चार्ज शामिल नहीं हैं। चूंकि प्रत्येक शहर में ज्वेलर्स के हिसाब से थोड़ा बहुत फर्क रहता है, इसलिए खरीदारी से पहले स्थानीय बाजार में भाव की जांच जरूर करें।
चांदी के रेट में भी आई गिरावट
सोने के साथ-साथ आज चांदी की कीमतों में भी हल्की कमी देखने को मिली है। आज 1 किलो चांदी की औसत कीमत ₹77,200 से घटकर ₹76,600 प्रति किलो हो गई है। इस गिरावट का फायदा उन ग्राहकों को मिलेगा जो चांदी के सिक्के, बर्तन या इन्वेस्टमेंट के रूप में चांदी खरीदने की सोच रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की चाल
अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर इंडेक्स में मजबूती और अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड में हल्की बढ़त के चलते सोने की कीमतों पर दबाव देखा जा रहा है। ग्लोबल मार्केट में स्पॉट गोल्ड की कीमतें $2,340 प्रति औंस के आसपास कारोबार कर रही हैं, जबकि सिल्वर की कीमतें लगभग $28.20 प्रति औंस हैं। विश्लेषकों के मुताबिक, अगर डॉलर कमजोर होता है, तो आने वाले दिनों में सोने के दामों में फिर से तेजी देखी जा सकती है।
त्योहारी सीजन में निवेश का सही समय
दीपावली और धनतेरस जैसे त्योहारों से पहले सोने की कीमतों में आई यह गिरावट उपभोक्ताओं के लिए एक बेहतरीन मौका लेकर आई है। भारत में पारंपरिक रूप से सोना न केवल आभूषणों के रूप में बल्कि निवेश के सुरक्षित साधन के रूप में भी देखा जाता है। इस समय अगर आप सोने की खरीदारी करते हैं, तो भविष्य में इसके दाम बढ़ने की संभावना अधिक है, जिससे आपको अच्छा रिटर्न मिल सकता है।
गोल्ड रेट्स पर असर डालने वाले कारक
सोने की कीमतें हमेशा वैश्विक अर्थव्यवस्था, डॉलर इंडेक्स, ब्याज दरों और क्रूड ऑयल के दामों से जुड़ी होती हैं। हाल ही में अंतरराष्ट्रीय बाजार में आर्थिक अनिश्चितता और ब्याज दरों के स्थिर रहने के संकेतों के कारण सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी है। इसके अलावा, भारतीय रुपये में आई मजबूती ने भी सोने के आयात मूल्य को कम किया है।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सार्वजनिक रिपोर्ट्स और ज्वेलर्स एसोसिएशन के ताज़ा अपडेट्स पर आधारित है। सोने और चांदी की कीमतें हर शहर में अलग-अलग हो सकती हैं। कृपया खरीदारी से पहले स्थानीय दरों की जांच अवश्य करें।