आज के दौर में महंगाई इतनी तेज़ी से बढ़ी है कि आम आदमी का बजट डगमगाने लगा है। सब्ज़ियों, दूध, दाल और गैस सिलेंडर के बढ़ते दामों ने हर घर की जेब पर बोझ बढ़ा दिया है। ऐसे माहौल में अगर आप केंद्र सरकार के कर्मचारी या पेंशनधारक हैं, तो अक्टूबर 2025 आपके लिए राहत की खबर लेकर आया है। सरकार ने एक बार फिर महंगाई भत्ता (DA) बढ़ाने का फैसला लिया है, जिससे लाखों कर्मचारियों और पेंशनरों की सैलरी में बढ़ोतरी होगी।
महंगाई भत्ता (DA) क्या होता है?
सरल शब्दों में कहा जाए तो महंगाई भत्ता आपकी सैलरी का वह हिस्सा होता है जो महंगाई की मार को कम करने के लिए दिया जाता है। जब रोज़मर्रा की चीज़ों के दाम बढ़ते हैं, तो सैलरी की वास्तविक कीमत घट जाती है। इसलिए सरकार हर 6 महीने में CPI-IW यानी कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (औद्योगिक मजदूर) के आंकड़ों के आधार पर DA में इजाफा करती है।
इस बार कितना बढ़ा DA?
जनवरी 2025 तक केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 55% था। अब अक्टूबर 2025 में सरकार ने इसमें 4% की बढ़ोतरी करने का फैसला लिया है। यानि अब नया DA 59% हो गया है। इस बढ़ोतरी से कर्मचारियों की जेब में हर महीने सैकड़ों से लेकर हज़ारों रुपये तक का अतिरिक्त लाभ पहुंचेगा। अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी ₹30,000 है, तो 55% DA = ₹16,500 और 59% DA = ₹17,700 यानि हर महीने ₹1,200 की सीधी बढ़ोतरी।
किन लोगों को मिलेगा लाभ?
इस निर्णय से करोड़ों सरकारी कर्मचारियों और पेंशनधारकों को फायदा मिलेगा
1. केंद्र सरकार के कर्मचारी – सीधे वेतन में बढ़ोतरी का लाभ।
2. केंद्र सरकार के पेंशनर – पेंशन राशि में भी समान बढ़ोतरी।
3. राज्य सरकार के कर्मचारी – कई राज्य केंद्र के DA फैसले को अपनाते हैं।
4. अन्य भत्तों पर प्रभाव – DA बढ़ने के साथ HRA और अन्य भत्ते भी बढ़ सकते हैं।
बढ़ा हुआ पैसा कब मिलेगा?
सरकार ने घोषणा की है कि यह बढ़ोतरी जुलाई 2025 से लागू मानी जाएगी, लेकिन इसका भुगतान अक्टूबर 2025 की सैलरी के साथ किया जाएगा। यानि कर्मचारियों को जुलाई से सितंबर तक का एरियर और अक्टूबर का नया वेतन दोनों एक साथ मिलेंगे।
महंगाई भत्ता क्यों बढ़ाया जाता है?
महंगाई भत्ता केवल कर्मचारियों को राहत देने के लिए नहीं, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को स्थिर रखने के लिए भी अहम भूमिका निभाता है। जब लोगों की आय बढ़ती है तो बाजार में मांग बढ़ती है, जिससे व्यापार और उद्योगों को गति मिलती है। इससे एक पॉजिटिव आर्थिक चक्र (Positive Economic Cycle) बनता है। जो न सिर्फ लोगों की जेब, बल्कि देश की विकास दर के लिए भी अच्छा संकेत होता है।
क्यों है यह बढ़ोतरी खास?
पिछले कुछ महीनों में खाने-पीने की वस्तुओं और ईंधन के दामों में लगातार बढ़ोतरी देखी गई है। CPI-IW इंडेक्स में बढ़ोतरी के चलते सरकार पर कर्मचारियों को राहत देने का दबाव था। ऐसे में अक्टूबर में DA हाइक का फैसला करोड़ों परिवारों के लिए राहत का संदेश बन गया है।
डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल मौजूदा CPI-IW आंकड़ों और सरकारी संकेतों के आधार पर तैयार किया गया है। वास्तविक निर्णय और प्रतिशत की पुष्टि सरकार की आधिकारिक अधिसूचना जारी होने के बाद ही की जाएगी। किसी भी वित्तीय निर्णय से पहले आधिकारिक स्रोत से जानकारी ज़रूर लें।